लेखनी प्रतियोगिता -04-Jan-2024
#दिनांक:-4/1/2024
#शीर्षक:- खुशी
चेहरे पर एक नकाब खुशी का हो ,
हर हसीन ख्वाब खुशी का हो,
दूर तलक चलता अरमान, खुशी का हो,
गम को छुपा, छलता प्यार का जाम खुशी का हो,
बुलंदी छुने का अरमान खुशी का हो,
हुनर हँसी का ऊँचा ताज खुशी का हो,
आपदाएं तकदीर में हों,
फिर भी ,
शोर बेहिसाब खुशी का हो,
आँसू में जश्न-ए-नायाब खुशी का हो,
खंजर गर कोई घोपे ,
अधरों पर मुस्कान खुशी का हो,
प्रीति की बारिश में भीगता जज्बात खुशी का हो,
हर नकाब को उजारता एक नकाब खुशी का हो |
रचना मौलिक, स्वरचित और सर्वाधिकार सुरक्षित है।
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई
Shnaya
10-Jan-2024 02:39 PM
Nice
Reply
Gunjan Kamal
08-Jan-2024 08:26 PM
👏👌
Reply
Rupesh Kumar
07-Jan-2024 08:18 PM
Nice
Reply